भारत में क्रिप्टो दुनिया के लिए एक बड़ा झटका आया है, जब भारतीय केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 12 मार्च को Lithuanian नागरिक Aleksej Bešciokov को गिरफ्तार किया। Bešciokov पर आरोप है कि उसने Cryptocurrency Exchange Garantex को चलाया, जो कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग और इललीगल फाइनेंशियल एक्टिविटी में लिप्त था। भारत के केरल राज्य में स्थानीय पुलिस ने केंद्रीय अधिकारियों के साथ मिलकर इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया। यह गिरफ्तारी संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद हुई, जिसमें Bešciokov पर मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य इललीगल एक्टिविटी में शामिल होने का आरोप था।
Garantex और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
Aleksej Bešciokov पर अमेरिका में एक मामले में आरोप लगाया गया है कि उसने और उसके सह-आरोपी, Aleksandr Mira Serda ने Crypto Exchange Garantex के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की। यह प्लेटफॉर्म अपराधों के प्रॉफिट को छुपाने के लिए उपयोग किया गया था, जिसमें रैनसमवेयर, कंप्यूटर हैकिंग, ड्रग्स ट्रांजैक्शन और बैन वायलेशन जैसी एक्टिविटी शामिल थीं।
अमेरिका के वर्जीनिया जिले के कोर्ट में 27 फरवरी को दाखिल की गई एक अभियोजन रिपोर्ट में कहा गया कि Bešciokov और उनके साथी 2019 से अब तक इन एक्टिविटी से प्रॉफिट कमा रहे थे। बता दे कि Garantex की सेवाएं पूरी दुनिया में फैल चुकी थीं और यह कथित रूप से अवैध वित्तीय लेन-देन की प्रणाली के रूप में काम कर रही था।
इस मामले के सामने आने के बाद, Tether ने Garantex पर उपलब्ध 27 मिलियन डॉलर के USDT ($1.00) को फ्रीज़ कर दिया और 6 मार्च को प्लेटफॉर्म की सभी सर्विसेज को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया। इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने Garantex के ऑपरेशन्स को सपोर्ट करने वाले तीन डोमेन नेमों को भी जब्त किया। अगर आप जानना चाहते हैं कि Tether क्या है, तो आप लिंक पर जाकर, इससे जुड़ा हमारा आर्टिकल पढ़ सकते हैं।
भारत में गिरफ्तारी और संभावित प्रत्यर्पण
Bešciokov की गिरफ्तारी के बाद यह सवाल उठता है कि भारत से उसे अमेरिका प्रत्यर्पित किया जाएगा या नहीं। भारत की प्रत्यर्पण अधिनियम 1962 के तहत, Bešciokov को अमेरिकी अधिकारियों के हवाले किया जा सकता है। हालांकि, यह मामला कानूनी चुनौतियों का सामना कर सकता है, जैसा कि पूर्व में Terraform Labs के को-फाउंडर Do Kwon के मामले में हुआ था। Do Kwon को मोंटेनेग्रो में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उसे अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था।
यह ध्यान देने योग्य है कि Garantex को 2022 में अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के ऑफिस ऑफ फॉरेन एसेट्स कंट्रोल (OFAC) द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके बाद यूरोपीयन यूनियन ने भी इस प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाया, जो रूस के यूक्रेन पर आक्रमण से संबंधित था।
गौरतलब है कि हाल ही में भारत सरकार ने सभी जांच एजेंसियों को निर्देश दिए थे कि वे क्रिप्टो के अवैध ट्रांजेक्शन की फोरेंसिक जांच करें। इस कदम के बाद यह सवाल उठने लगे थे कि क्या भारत सरकार Crypto Ban करेगी? या फिर क्रिप्टो से जुड़े कोई सख्त कदम उठाएगी।
कन्क्लूजन
Aleksej Bešciokov की गिरफ्तारी और Garantex के खिलाफ उठाए गए कदम क्रिप्टो इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण घटनाएं हैं। यह घटना यह दर्शाती है कि ग्लोबल लेवल पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और अवैध गतिविधियों में लिप्त प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। Aleksej Bešciokov का प्रत्यर्पण और Garantex की भविष्यवाणी यह साबित करती है कि सरकारें और न्यायिक संस्थाएं अब क्रिप्टो स्पेस में ट्रांसपेरेंसी और सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए और भी सख्त हो रही हैं।